70 की उम्र तक बीमारियों से दूर कैसे रहें? वैज्ञानिकों ने बताया तरीका! | Midlife Eating Linked to Health Decades Later

 मध्य आयु में आप क्या खाते हैं, यह तय करेगा आपका भविष्य? नया अध्ययन देता है चेतावनी 

मध्य आयु में खानपान का दशकों बाद स्वास्थ्य पर गहरा असर: नए अध्ययन में हुआ खुलासा

Midlife Eating Linked to Health Decades Later

मध्य आयु में खानपान का दशकों बाद स्वास्थ्य से संबंध



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एक नए अध्ययन में सामने आया है कि मध्य आयु में लिया गया आहार हमारे बुढ़ापे के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। शोध में पाया गया कि संतुलित आहार लेने वाले लोग 70 वर्ष की उम्र तक बिना गंभीर बीमारी के स्वस्थ जीवन जीते हैं।

मध्य आयु में खानपान और लंबी उम्र के बीच गहरा संबंध

अमेरिका में हुए एक विस्तृत अध्ययन से यह बात सामने आई है कि जो लोग मध्य आयु में संतुलित और पौष्टिक आहार लेते हैं, वे 70 की उम्र तक बिना किसी गंभीर बीमारी के ज़िंदगी बिता सकते हैं।

यह अध्ययन Optimal dietary patterns for healthy aging अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) द्वारा वित्तपोषित किया गया और इसमें 105,000 से अधिक पुरुषों और महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया गया। प्रतिभागियों की आयु अध्ययन की शुरुआत में 30 से 75 वर्ष के बीच थी, और किसी को मधुमेह, हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारी नहीं थी।

संतुलित आहार और बेहतर वृद्धावस्था का संबंध

जो लोग फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, मेवे, असंतृप्त वसा, फलियाँ और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद खाते रहे, उनके 70 की उम्र में स्वस्थ और स्वतंत्र जीवन जीने की संभावना अधिक थी। ऐसे लोग न केवल शारीरिक रूप से बेहतर रहे, बल्कि मानसिक और संज्ञानात्मक रूप से भी मज़बूत पाए गए।

अस्वस्थ भोजन की आदतें और बुढ़ापे में जोखिम

इसके विपरीत, जिन लोगों ने अपने आहार में ज़्यादा ट्रांस फैट, प्रोसेस्ड मांस, नमक, मीठे पेय और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स शामिल किए, उनके लिए स्वस्थ वृद्धावस्था की संभावना 32% तक कम थी। ऐसे खाद्य पदार्थों में हाई-फ्रुक्टोज़ कॉर्न सिरप, केमिकल फ्लेवरिंग एजेंट और इमल्सीफायर होते हैं, जो लंबे समय में शरीर के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं।

डॉ. फ्रैंक हू की टिप्पणी: "सिर्फ लंबा जीवन नहीं, गुणवत्तापूर्ण जीवन ज़रूरी"

 हार्वर्ड विश्वविद्यालय में एक प्रमुख पोषण और महामारी विज्ञान शोधकर्ता  और अध्ययन के प्रमुख डॉ. फ़्रैंक हू (Dr. Frank Hu at Harvard University) डॉ. फ्रैंक हू ने कहा,

पहले के अध्ययन केवल लंबी उम्र या किसी खास बीमारी पर केंद्रित थे। हमारा अध्ययन यह देखने का प्रयास है कि आहार लोगों की स्वतंत्र जीवन जीने और उम्र बढ़ने के साथ जीवन की गुणवत्ता बनाए रखने में कैसे मदद करता है।”

अगर आप चाहते हैं कि आपका बुढ़ापा रोग-मुक्त, सक्रिय और मानसिक रूप से सशक्त हो, तो इसकी तैयारी आज से—मध्य आयु में ही करनी होगी। आपकी थाली में मौजूद हर चीज़, आपके भविष्य को आकार दे रही है।

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।