ग़ाज़ा में जल संकट गहराया: इसराइली नाकाबन्दी के कारण पीने के पानी को तरसे लोग | Water crisis worsens in Gaza

ग़ाज़ा पट्टी में इस समय भीषण मानवीय संकट उत्पन्न हो चुका है। इसराइल द्वारा सीमा पर लगाए गए कड़े नाकाबन्दी प्रतिबंधों के चलते न केवल खाद्य और दवाइयों की आपूर्ति प्रभावित हुई है, बल्कि पीने के पानी की भारी किल्लत भी उत्पन्न हो गई है।

ईंधन की आपूर्ति रुकी, जल संयंत्र ठप

ग़ाज़ा में जल आपूर्ति पूरी तरह से ईंधन पर आधारित पम्पिंग सिस्टम पर निर्भर है। लेकिन नाकाबन्दी के चलते ईंधन के टैंकर सीमा पार नहीं कर पा रहे हैं, जिससे कई जल संयंत्र बंद हो चुके हैं।

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक:


"मुख्य जल पाइपलाइनें बंद हैं और जो थोड़ा बहुत पानी उपलब्ध है, वह स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप नहीं है।"

"हज़ारों लोग अब साफ पानी की एक बूंद के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।"

जल स्तर में गिरावट, बीमारियों का खतरा

पानी की आपूर्ति में 70% से अधिक की कटौती हुई है।

गंदे पानी के उपयोग से डायरिया, त्वचा संक्रमण और अन्य जलजनित रोग तेजी से फैल रहे हैं।

बच्चों और बुज़ुर्गों पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।

अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील

मानवाधिकार संगठनों और संयुक्त राष्ट्र ने इसराइल से अपील की है कि वह:

मानवीय सहायता को निर्बाध रूप से सीमा पार करने दे,

ईंधन और जल आपूर्ति से जुड़ी सामग्रियों को अति आवश्यक वस्तुओं की सूची में शामिल करे।

संयुक्त राष्ट्र समाचार का वीडियो:

संयुक्त राष्ट्र ने इस संकट पर एक विशेष वीडियो जारी किया है, जिसमें ग़ाज़ा के नागरिकों की दुर्दशा को दिखाया गया है —

"हमने कई दिन से नहाया नहीं, बच्चे बीमार हो रहे हैं, और साफ पानी की बोतल अब लग्ज़री हो गई है," — एक निवासी।

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।