यूक्रेन: मार्च 2025 में नागरिकों के लिए सबसे घातक महीना | Ukraine: March deadliest month for civilians in 2025

संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट: यूक्रेन में नागरिक हताहतों में भारी वृद्धि

  • रूसी हमलों ने यूक्रेनी अस्पतालों और स्कूलों को किया निशाना
  • अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और यूक्रेन संकट
  • यूक्रेन युद्ध: अप्रैल 2025 में भी जारी है नागरिकों पर हमले
मार्च 2025 में यूक्रेन में 164 नागरिक मारे गए, 910 घायल हुए – संयुक्त राष्ट्र रिपोर्ट। रूसी हमलों ने अस्पतालों, स्कूलों और आवासीय इलाकों को निशाना बनाया। संयुक्त राष्ट्र समाचार की इस खबर से जानें कैसे यूक्रेन युद्ध में नागरिकों की स्थिति बिगड़ रही है और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून की भूमिका। #यूक्रेनसंकट #मानवाधिकार
Ukraine: March deadliest month for civilians in 2025


यूक्रेन: आम नागरिकों के लिए घातक साबित हुआ मार्च का महीना

9 अप्रैल 2025 मानवाधिकार

यूक्रेन पर रूसी सैन्य बलों के पूर्ण आक्रमण के तीन साल से अधिक समय बाद भी आम नागरिक इस युद्ध के विनाशकारी नतीजे झेलने के लिए मजबूर हैं. इस वर्ष, मार्च का महीना स्थानीय समुदायों के लिए जानलेवा साबित हुआ है.

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निगरानी मिशन (HRMMU) के प्रमुख, डेनियल बैल ने स्वतंत्र मानवाधिकार टीम की नई मासिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, "पिछले महीने लगभग हर दिन देश भर में लम्बी दूरी के ड्रोन के हमलों ने कई आम नागरिकों की जान ली और अनेक को घायल किया... और लाखों लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया."

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने इस मिशन को वर्ष 2014 में यूक्रेनी सरकार के निमंत्रण पर अधिकृत किया था, जिसका उद्देश्य तेज़ होते हिंसक टकराव के दौरान मानव अधिकारों की रक्षा में मदद करना था.

HRMMU की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 में क़रीब 164 यूक्रेनी नागरिक मारे गए और 910 घायल हुए. फ़रवरी की तुलना में, हताहतों की संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि, मार्च 2024 की तुलना में यह 71 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.

मार्च महीने के दौरान, रूसी सैन्य बलों ड्निप्रो, ख़ारकीव और सूमी समेत अन्य शहरों पर हमले किए और डोब्रोपिलिया को भी गोला-बारूद से निशाना बनाया गया, जिससे हताहतों की संख्या में वृद्धि हुई है.

लड़ाई के अग्रिम मोर्चे से लगभग 65 किलोमीटर दूर स्थित क्रिविय रिह सबसे अधिक प्रभावित इलाक़ों में था, जहाँ लोगों को रूसी हमलों की पाँच लहरें झेलनी पड़ी. इन हमलों में कम से कम में क़रीब छह नागरिक मारे गए और 66 अन्य घायल हुए.

पिछले महीने, रूसी सशस्त्र बलों के हमलों में लगभग 29 चिकित्सा और 50 शैक्षणिक केन्द्र क्षतिग्रस्त हो गए पहुँचाई, जबकि दो मेडिकल केन्द्र और 6 शैक्षणिक सुविधाएँ पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गए.

मानवतावादी क़ानून के पालन पर बल

HRMMU प्रमुख बैल ने कहा, "अस्पतालों को अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के तहत विशेष संरक्षण प्राप्त है और उन पर हमला नहीं किया जाना चाहिए."

यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने ध्यान दिलाया कि अन्तरराष्ट्रीय मानवतावादी क़ानून के तहत ताबड़तोड़ हमलों पर पाबन्दी है. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि युद्धरत पक्षों को सैन्य व नागरिक प्रतिष्ठानों के बीच भेद करना होगा.

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय का कहना है कि रूसी सशस्त्र बलों द्वारा यूक्रेनी शहरों पर घातक हमले अप्रैल महीने में भी जारी हैं.

मानवाधिकार प्रमुख टर्क ने 4 अप्रैल को हुए हमले का ज़िक्र करते हुए कहा, "यह अकल्पनीय रूप से भयावह है," जहाँ एक बैलिस्टिक मिसाइल एक खेल के मैदान पर गिरी. इस हमले में नौ बच्चों सहित 19 नागरिक मारे गए थे.

पूर्वी यूक्रेन में बुधवार को हुए नए हमलों में आवासीय इमारतों को नुक़सान पहुँचा और कई नागरिक घायल हुए. फ़िलहाल, सहायताकर्मी प्रभावित आबादी की ज़रूरतों का आकलन करने के लिए वहाँ मौजूद हैं.

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र सहायता समन्वय कार्यालय, OCHA ने कहा, "यूक्रेन के लोग हिंसा से मुक्त सामान्य जीवन जीने के हक़दार हैं."

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।