अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2025: फैशन उद्योग को बदलने की जरूरत #ZeroWasteDay 2025

अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2025: International Day of Zero Waste in Hindi तारीख: 30 मार्च 2025

30 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस मनाया जाएगा। जानें कैसे फैशन उद्योग हर साल 9.2 करोड़ टन कचरा पैदा कर रहा है और क्या हैं इस संकट के समाधान? UNEP की रिपोर्ट के अनुसार जानिए सतत उपभोग के तरीके। #ZeroWasteDay
International Day of Zero Waste in Hindi

International Day of Zero Waste in Hindi




नई दिल्ली, 08 मार्च 2025. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) और UN-हैबिटेट द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस (International Day of Zero Waste in Hindi) वैश्विक स्तर पर कचरा प्रबंधन को मजबूत करने और अपशिष्ट प्रदूषण संकट से निपटने के लिए सतत उपभोग एवं उत्पादन पैटर्न को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है।

कचरा संकट: चौंकाने वाले आँकड़े

हर साल 2.1 से 2.3 अरब टन नगरपालिका ठोस कचरा उत्पन्न होता है।

यदि तत्काल कार्रवाई नहीं की गई, तो 2050 तक यह मात्रा 3.8 अरब टन प्रति वर्ष तक पहुँच सकती है।

कचरा प्रदूषण मानव स्वास्थ्य को खतरे में डालता है, वैश्विक अर्थव्यवस्था को सैकड़ों अरब डॉलर का नुकसान पहुँचाता है और जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता की हानि और प्रदूषण के त्रिगुण संकट को बढ़ाता है।

अंतर्राष्ट्रीय शून्य अपशिष्ट दिवस 2025 की थीम : फैशन और टेक्सटाइल में शून्य अपशिष्ट

इस वर्ष की थीम "फैशन और टेक्सटाइल में शून्य अपशिष्ट की ओर" (International Day of Zero Waste 2025 theme : Towards zero waste in fashion and textiles) इस क्षेत्र के अपशिष्ट प्रभाव को कम करने और सस्टेनेबिलिटी व सर्कुलरिटी (पुनर्चक्रण अर्थव्यवस्था) को बढ़ावा देने की तात्कालिक आवश्यकता पर केंद्रित है।

2000 से 2015 के बीच कपड़ों का उत्पादन दोगुना हो गया, लेकिन हर साल 9.2 करोड़ टन टेक्सटाइल कचरा उत्पन्न होता है। यह हर सेकंड एक ट्रक कपड़ों को जलाने या लैंडफिल में फेंकने के बराबर है।

यह संकट विशेष रूप से ग्लोबल साउथ (विकासशील देशों) में गंभीर पर्यावरणीय, आर्थिक और सामाजिक समस्याएँ पैदा कर रहा है।

समाधान: शून्य अपशिष्ट अर्थव्यवस्था की ओर

सरकारों, उद्योगों और उपभोक्ताओं को मिलकर काम करना होगा।

अपस्ट्रीम समाधान (उत्पादन से पहले की प्रक्रियाओं में बदलाव) और रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देना होगा।

UNEP और UN-हैबिटेट ने सरकारों, व्यवसायों, शिक्षण संस्थानों, युवाओं और समुदायों से राष्ट्रीय व स्थानीय स्तर पर शून्य अपशिष्ट पहलों में भाग लेने का आह्वान किया है।

आप क्या कर सकते हैं?

  • कपड़ों का पुन: उपयोग करें, रीसाइकल करें या दान दें।
  • फास्ट फैशन से बचें और सतत ब्रांड्स को प्राथमिकता दें।
  • प्लास्टिक और सिंगल-यूज आइटम्स का उपयोग कम करें।


"शून्य अपशिष्ट केवल एक लक्ष्य नहीं, बल्कि धरती के भविष्य के लिए एक जरूरत है।"

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।