सभी सही खाद्य पदार्थ के बावजूद आपमें आयरन का स्तर कम क्यों होता है | Are you eating all the right foods but still feeling low on Iron

क्या आप सभी सही खाद्य पदार्थ खा रहे हैं लेकिन फिर भी आयरन की कमी महसूस कर रहे हैं?

हम हर हफ़्ते पालक और बादाम खाते हैं, फिर भी हमारा आयरन और हीमोग्लोबिन का स्तर कम रहता है। महिलाओं में यह समस्या बहुत आम है! आयरन की कमी हम पर हावी हो सकती है, तब भी जब हमें लगता है कि हम सब कुछ ठीक कर रहे हैं….
Are you eating all the right foods but still feeling low on Iron?
Are you eating all the right foods but still feeling low on Iron? 



नई दिल्ली, 01 दिसंबर 2024. मैं तो हर हफ्ते पलक खाती हूं। बहुत सारे बादाम और नट्स भी खाती हूं। फिर भी मेरा मेरा हीमोग्लोबिन क्यों कम है? यह बहुत बार देखा जाता है। यह समस्या खासकर महिलाओं को होती है, उन्हें आयरन डिफिशिएंसी होती है। पोषण विशेषज्ञ अमिता गाद्रे (Amita Gadre Nutritionist M.Sc. (Clinical Nutrition), M.H.A (Public Health) ने अपने इंस्टाग्राम एकाउन्ट पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें इस बात पर चर्चा की गई है कि पालक और नट्स जैसे आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने के बावजूद, कई व्यक्तियों में आयरन का स्तर कम क्यों होता है।

* अमिता गाद्रे इसका कारण पशु स्रोतों की तुलना में पौधे-आधारित स्रोतों से आयरन की कम जैव उपलब्धता को बताती हैं।


* इसके अतिरिक्त, अमिता गाद्रे इष्टतम आयरन अवशोषण और भंडारण के लिए पर्याप्त विटामिन सी सेवन और पर्याप्त प्रोटीन खपत के महत्व पर प्रकाश डालती हैं।

शाकाहारियों के लिए पौधे-आधारित स्रोतों से आयरन को अवशोषित करना क्यों मुश्किल है?


शाकाहारियों को पौधे-आधारित स्रोतों से आयरन को अवशोषित करने में कठिनाई होती है क्योंकि पौधे-आधारित स्रोतों में आयरन गैर-हीम आयरन होता है, जो पशु उत्पादों में पाए जाने वाले हीम आयरन की तरह अवशोषित नहीं होता है।

अन्य कौन से पोषक तत्वों की कमी अक्सर लौह की कमी से जुड़ी होती है?


लौह की कमी अक्सर विटामिन सी की कमी से जुड़ी होती है।

अमिता बताती हैं कि ऐसा अधिकतर तब होता है जब आपकी डाइट में आयरन के जो सोर्सेस हैं वो प्लांट बेस्ड होते हैं। जो Non Heme होते हैं, उनमें आयरन अच्छे से एब्ज़ॉर्ब नहीं हो पता। नॉन-हीम आयरन (Non-heme iron) एक प्रकार का आयरन है जो पौधे-आधारित खाद्य पदार्थों, फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों और कुछ सप्लीमेंट्स में पाया जाता है। यह शरीर द्वारा हीम आयरन की तरह अच्छी तरह से अवशोषित नहीं होता है, जो मांस, मछली और मुर्गी में पाया जाता है। उसके साथ-साथ काफी बार आयरन के साथ विटामिन सी की भी डिफिशिएंसी होती है। बहुत लोगों को आदत नहीं होती है कि हर बार जब खाना खा रहे हों तो उस पर ऊपर से नींबू निचोड़ें, जो विटामिन सी का एक अच्छा सोर्स है। होता यह है कि आयरन की बायो अवेलेबिलिटी और कम हो जाती है।

एक और चीज है जिसकी वजह से आपका आयरन लेवल कम रहता है, वह है कि आपका टोटल प्रोटीन इनटेक जब कम होता है तो ऐसे में आपकी बॉडी में आयरन स्टोर करने के लिए फेर्रिटिन लेवल्स (ferritin, a protein that stores iron in your cells) कम हो जाते हैं। फेरिटिन, एक प्रोटीन होता है जो आपकी कोशिकाओं में लौह का भंडारण करता है

तो अगर आपको आपका आएं लेवल्स इंप्रूव करने हैं। हीमोग्लोबिन बढ़ाना है तो खाएं रिच फूड सोर्स। इसके साथ-साथ विटामिन सी और प्रोटीन इनटेक भी बढ़ाइए।

डिस्क्लेमर- यह समाचार/ पोस्ट किसी भी हालत में किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह नहीं है। इस पोस्ट के आधार पर आप कोई निर्णय नहीं ले सकते। किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श करें।

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।