10 घंटे से ज्यादा बैठने से बढ़ सकता है दिल की बीमारी और मौत का जोखिम: जानें क्या कहता है नया शोध | Increased death risk after 10.6 hours of sitting each day

10 घंटे से अधिक बैठने का दिल पर असर

व्यायाम के बावजूद बैठने से बढ़ सकता है दिल की बीमारी का खतरा

स्वस्थ जीवन के लिए बैठने की आदतों को कैसे बदलें?

दिल की विफलता और कार्डियोवास्कुलर मृत्यु का जोखिम

  • क्यों बैठने की आदतें हमारे दिल के लिए खतरा बनी हुई हैं?
  • व्यायाम करने के बावजूद बैठने की आदत से जोखिम क्यों कम नहीं होता?
  • एक नए शोध में पता चला है कि 10 घंटे से ज्यादा बैठने से दिल की बीमारी और मौत का जोखिम बढ़ सकता है, भले ही आप नियमित व्यायाम करते हों। जानें इसके कारण और इससे बचने के उपाय।
  • 10 घंटे से ज्यादा बैठने से बढ़ सकता है दिल की बीमारी और मौत का जोखिम
Sitting for more than 10 hours can increase the risk of heart disease and death: Know what new research says
Sitting for more than 10 hours can increase the risk of heart disease and death: Know what new research says


आजकल की जीवनशैली में अधिकांश लोग अपने कामकाजी दिन का अधिकांश समय बैठकर ही बिताते हैं। एक नए शोध के मुताबिक, यदि आप हर दिन 10 घंटे से अधिक समय बैठने में बिताते हैं, तो यह आपके दिल की सेहत के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। इस अध्ययन में यह बात सामने आई है कि लंबे समय तक बैठने से हार्ट फेल्योर और कार्डियोवास्कुलर मृत्यु का जोखिम बढ़ जाता है, और यह जोखिम तब भी कायम रहता है जब लोग सप्ताह में 150 मिनट व्यायाम करते हैं।

10 घंटे से अधिक बैठने का दिल पर असर

नई दिल्ली, 21 नवंबर 2024. हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया कि जिन लोगों ने हर दिन औसतन 10.6 घंटे या उससे ज्यादा समय बैठकर बिताया, उनमें भविष्य में दिल की बीमारी और कार्डियोवास्कुलर मृत्यु का जोखिम महत्वपूर्ण रूप से बढ़ गया। इस अध्ययन में लगभग 90,000 प्रतिभागियों का डेटा शामिल था, और उनकी गतिविधियों का विश्लेषण किया गया।

व्यायाम के बावजूद बैठने से बढ़ सकता है दिल की बीमारी का खतरा

इस शोध में एक दिलचस्प बात यह सामने आई कि भले ही कुछ लोग सप्ताह में 150 मिनट की शारीरिक गतिविधि (Moderate-Vigorous Physical Activity) करते हैं, फिर भी लंबे समय तक बैठने से उनका दिल पर असर पड़ता है। खासकर दिल की विफलता और कार्डियोवास्कुलर मृत्यु के मामलों में यह जोखिम बढ़ता दिखा है, यहां तक कि वे लोग जो नियमित व्यायाम करते हैं, वे भी इस खतरनाक आदत से पूरी तरह मुक्त नहीं हो पाते।

स्वस्थ जीवन के लिए बैठने की आदतों को कैसे बदलें?

इस अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि हमें बैठने की आदतों को बदलने की जरूरत है। डॉक्टर शान ख़ुर्शीद, जो कि इस शोध के मुख्य अध्येता हैं, का कहना है कि अगर आप अधिक देर तक बैठे रहते हैं, तो आपको अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव लाने चाहिए। उदाहरण के लिए, डेस्क पर काम करते समय थोड़ी देर में उठकर चलने या खड़े होने की कोशिश करें, या फिर अपनी सीट पर खड़े होने के लिए किसी स्टैंडिंग डेस्क का इस्तेमाल करें।
अगर आप लंबे समय तक बैठने की आदत से जूझ रहे हैं, तो इसके खतरों से बचने के लिए व्यायाम के साथ-साथ अपनी बैठने की आदतों में बदलाव करना अत्यंत आवश्यक है। छोटे-छोटे कदम, जैसे थोड़ी देर में उठकर चलना, कार्डियोवैस्कुलर जोखिम को कम कर सकते हैं।

अत्यधिक गतिहीन व्यवहार से बचने का महत्व

डॉक्टर शान ख़ुर्शीद ने कहा कि हममें से हजारों लोग जो बैठे रहने वाली नौकरी करते हैं, जहां हम पूरे दिन डेस्क के पीछे बैठे रहते हैं, उनके लिए उनका अध्ययन यह सुझाव देता है कि अत्यधिक गतिहीन व्यवहार से बचना उन लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो पर्याप्त व्यायाम करते हैं।

Web Title: Increased death risk after 10.6 hours of sitting each day

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।