सिलिकॉन इम्प्लांट के साथ स्तन वृद्धि सर्जरी के खतरे जानिए

स्तन वृद्धि सर्जरी (Breast augmentation surgery) के दौरान सिलिकॉन इम्प्लांट के संभावित खतरे और प्रभावों के बारे में (the potential risks and effects of silicone implants) जानें। जानिए किस प्रकार की सर्जरी आपके लिए सही हो सकती है।
Know the risks of breast augmentation surgery with silicone implants
Know the risks of breast augmentation surgery with silicone implants



स्तन वृद्धि सर्जरी में सिलिकॉन इम्प्लांट के खतरे


मुंबई, 19 सितंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) अगर आप अपने स्तनों की बनावट से संतुष्ट नहीं हैं या गर्भावस्था, वजन के उतार-चढ़ाव के कारण बदलाव महसूस कर रही हैं, तो सिलिकॉन इम्प्लांट वाली स्तन वृद्धि सर्जरी एक विकल्प हो सकती है। प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. करिश्मा कागोडू (Karishma Thimmappa Kagodu) प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जन, बताती हैं कि यह प्रक्रिया महिलाओं के आत्म-सम्मान में सुधार कर सकती है।

स्तन वृद्धि सर्जरी का महत्व


स्तन वृद्धि सर्जरी एक लोकप्रिय कॉस्मेटिक प्रक्रिया है, जिसमें महिलाएं या तो आकार बढ़ाना चाहती हैं या कम से कम लिफ्ट के साथ मात्रा को बढ़ाना चाहती हैं। इसे अक्सर स्तन कैंसर सर्जरी के बाद भी किया जाता है।

सिलिकॉन इम्प्लांट क्या होता है ?


एफडीए के अनुसार सिलिकॉन इम्प्लांट्स स्तन प्रत्यारोपण हैं जो सिलिकॉन जेल से भरे होते हैं और इनका बाहरी आवरण सिलिकॉन का होता है। इनका उपयोग 22 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं में स्तन वृद्धि के लिए और किसी भी उम्र की महिलाओं में स्तन पुनर्निर्माण के लिए किया जा सकता है। इनका उपयोग संशोधन सर्जरी के लिए भी किया जा सकता है।

ब्रेस्ट इम्प्लांट के प्रकार


सलाइन और सिलिकॉन इम्प्लांट


ब्रेस्ट इम्प्लांट दो प्रकार के होते हैं: सलाइन और सिलिकॉन। नवीनतम चौथी पीढ़ी के सिलिकॉन इम्प्लांट बायोकम्पैटिबल होते हैं और ये प्राकृतिक रूप से दिखते हैं।

प्रभाव और सुरक्षा


सिलिकॉन इम्प्लांट के प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, FDA के अनुसार, आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि स्तनों का विकास पूर्ण हो चुका है।

सिलिकॉन इम्प्लांट के प्रभाव


सुरक्षा की दृष्टि से


सिलिकॉन इम्प्लांट में त्वचा के नीचे सिलवटें विकसित होने की संभावना कम होती है। उच्च गुणवत्ता वाले इम्प्लांट, जैसे मोटिवा और सेबिन, कैप्सूलर संकुचन की दर को कम करते हैं।

प्रभावशीलता


सिलिकॉन इम्प्लांट मानव ऊतकों के समान होते हैं और आमतौर पर 10-15 साल तक चलते हैं। कुछ इम्प्लांट 20 साल तक भी टिक सकते हैं।

सिलिकॉन इम्प्लांट के संभावित साइड इफेक्ट्स


सर्जरी के तुरंत बाद कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स, जैसे दर्द, सूजन, और संक्रमण हो सकते हैं। इसके अलावा, "साइलेंट रप्चर" जैसे जोखिम भी होते हैं, जिसके लिए नियमित जांच की आवश्यकता होती है।

ध्यान देने योग्य बातें


FDA 5 से 6 साल बाद नियमित अल्ट्रासाउंड या एमआरआई की सिफारिश करता है। अगर इम्प्लांट में कोई समस्या होती है, तो इसे हटाने की आवश्यकता हो सकती है।

एफडीए के मुताबिक स्तन प्रत्यारोपण को आजीवन उपकरण नहीं माना जाता है। जितने लंबे समय तक लोग इन्हें धारण करते हैं, उतनी ही अधिक आशंका है कि उनमें जटिलताएं विकसित होंगी। कुछ जटिलताओं के लिए अधिक सर्जरी की आवश्यकता होगी। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि किसी भी दोबारा ऑपरेशन से आपको संतोषजनक कॉस्मेटिक परिणाम मिलेगा।

निष्कर्ष

सिलिकॉन इम्प्लांट के साथ स्तन वृद्धि सर्जरी एक प्रभावी विकल्प हो सकता है, लेकिन इसके साथ जुड़े जोखिमों को समझना बेहद ज़रूरी है। सही जानकारी और विशेषज्ञ से परामर्श लेना आपकी निर्णय लेने की प्रक्रिया को सरल बना सकता है

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।