क्या डार्क चॉकलेट, दालचीनी, कॉफी और ग्रीन टी ब्लड शुगर को कम कर सकते हैं? एक डॉक्टर की राय

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आजकल, इंटरनेट पर डार्क चॉकलेट, दालचीनी, कॉफी और ग्रीन टी जैसे खाद्य पदार्थों के मधुमेह पर प्रभाव को लेकर कई सिद्धांत चलते हैं। इंटरनेट पर चल रहे सिद्धांतों के अनुसार ये खाद्य पदार्थ कड़वे पॉलीफेनॉल्स से भरपूर होते हैं, जो चयापचय और ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकते हैं। इसके अनुसार तर्क यह है कि वे न केवल मुंह में बल्कि आंत में स्वाद रिसेप्टर्स को फिर से सक्रिय करते हैं। ये बदले में हार्मोन के स्राव को ट्रिगर करते हैं जो किसी व्यक्ति के टाइप 2 मधुमेह और मोटापे के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
क्या डार्क चॉकलेट, दालचीनी, कॉफी और ग्रीन टी ब्लड शुगर को कम कर सकते हैं? एक डॉक्टर की राय


द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, दिल्ली में एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ ऋचा चतुर्वेदी के एक लेख "Are dark chocolate, cinnamon, coffee and green tea enough to reduce blood sugar?" में विस्तार से बताया गया है कि क्या डार्क चॉकलेट, दालचीनी, कॉफी और ग्रीन टी ब्लड शुगर को कम करने के लिए पर्याप्त हैं?

मधुमेह के जोखिम पर किसी एक पोषक तत्व या खाद्य घटक का प्रभाव क्या हैं

किसी एक पोषक तत्व या खाद्य घटक का मधुमेह के जोखिम पर प्रभाव व्यक्ति के समग्र आहार पैटर्न और जीवनशैली से अलग नहीं किया जा सकता है।

कड़वे पॉलीफेनॉल्स ग्लूकोज चयापचय को कैसे प्रभावित करते हैं?

कड़वे पॉलीफेनॉल्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाकर या कार्बोहाइड्रेट पाचन को नियंत्रित करके ग्लूकोज चयापचय को प्रभावित कर सकते हैं।

कड़वे पॉलीफेनॉल के संभावित लाभ क्या हैं?

कड़वे पॉलीफेनॉल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और संभावित चयापचय प्रभाव होते हैं। कुछ शोध संकेत देते हैं कि ये यौगिक इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाकर या कार्बोहाइड्रेट पाचन को नियंत्रित करके ग्लूकोज चयापचय को प्रभावित कर सकते हैं।

कड़वे पॉलीफेनॉल्स का ग्लूकोज चयापचय पर प्रभाव :

कड़वे पॉलीफेनॉल्स इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं और कार्बोहाइड्रेट पाचन को नियंत्रित कर सकते हैं, जिससे ग्लूकोज चयापचय में सुधार हो सकता है। ये यौगिक एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद कर सकते हैं।

सिद्धांत और वास्तविकता :

हालांकि पॉलीफेनॉल्स के लाभकारी प्रभावों पर कुछ शोध ने सकारात्मक परिणाम दिखाए हैं, इन खाद्य पदार्थों की मधुमेह की रोकथाम में प्रभावशीलता पर ठोस सबूत की कमी है। नैदानिक परीक्षणों में परिणाम मिश्रित रहे हैं, और अकेले कड़वे पॉलीफेनॉल्स पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है।

समग्र आहार और जीवनशैली :

मधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए किसी एक पोषक तत्व या खाद्य घटक को अलग से देखना कठिन है। पॉलीफेनॉल्स से भरपूर आहार और संतुलित जीवनशैली, जैसे कि स्वस्थ वजन बनाए रखना और नियमित शारीरिक गतिविधि, बेहतर चयापचय स्वास्थ्य में योगदान कर सकते हैं। आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारक भी आहार पर व्यक्तिगत प्रतिक्रियाओं को प्रभावित कर सकते हैं।

अंततः :

डार्क चॉकलेट, दालचीनी, कॉफी और ग्रीन टी जैसे खाद्य पदार्थों को एक संतुलित आहार में शामिल करना स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा हो सकता है। हालांकि, मधुमेह की रोकथाम के लिए इन खाद्य पदार्थों पर पूरी तरह से निर्भर रहना उचित नहीं है। एक व्यापक दृष्टिकोण जिसमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ वजन बनाए रखना शामिल है, मधुमेह की रोकथाम के लिए अधिक प्रभावी साबित हो सकता है।

अधिक जानकारी के लिए, डॉक्टर की सलाह लेना और अपने आहार में विविधता लाना महत्वपूर्ण है।

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।