दुनिया भर के युवा, नेता और मशहूर हस्तियाँ यूएन मुख्यालय में जुटे: ऐतिहासिक भविष्य सम्मेलन के दूसरे कार्रवाई दिवस पर चर्चा
युवाओं की ऊर्जा और नवाचार के साथ टिकाऊ भविष्य के लिए संकल्प
UN Photo/Loey Felipe |
नई दिल्ली, 22 सितंबर 2024. दुनिया भर के सैकड़ों युवा, मशहूर हस्तियाँ और वैश्विक नेता, शनिवार को यूएन मुख्यालय में इकट्ठा हुए। यह अवसर था ऐतिहासिक भविष्य सम्मेलन से पहले के दूसरे कार्रवाई दिवस का। यह सम्मेलन 22 और 23 सितंबर को हो रहा है।
इस दिन के दौरान, युवा ऊर्जा और नवाचार के साथ चर्चा का मुख्य फोकस था—कैसे हम दुनिया को सर्वजन के लिए बेहतर, सुरक्षित और टिकाऊ बना सकते हैं।
इस मौके पर, युवा परिवर्तनकारी से लेकर यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस तक, सभी ने आशा और परिवर्तन का संदेश साझा किया।
संयुक्त राष्ट्र समाचार की एक ख़बर
भविष्य-सम्मेलन के दूसरे कार्रवाई दिवस के दौरान, नई ऊर्जा व नव-विचारों से ओत-प्रोत युवाओं की चर्चा के मुख्य बिन्दु थे – दुनिया को सर्वजन के लिए एक बेहतर, अधिक सुरक्षित और अधिक टिकाऊ जगह बनाना.
ऐसे माहौल में, युवा परिवर्तनकारियों से लेकर यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश, सभी ने इस मौक़े पर आशा और परिवर्तन के सन्देशों का प्रसार किया.
यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने शनिवार को दूसरे कार्रवाई दिवस का आरम्भ करते हुए कहा, “मैं नज़र घुमाता हूँ तो, मुझे विश्व नेतागण नज़र आते हैं. मुझे मेयर और क़ानून निर्माता नज़र आते हैं. मैं सिविल सोसायटी, निजी सैक्टर, शिक्षा विद, कलाकार, और युवजन को देख रहा हूँ.”
“आप दुनिया के हर कोने से आए हैं, हर पीढ़ी से सम्बन्ध रखते हैं और जीवन के सभी क्षेत्रों से आपका ताल्लुक है. मित्रों, सही मायनों में कहें तो, एक कारगर, समावेशी और आपस में जुड़े हुए बहुपक्षवाद का सही रूप यही है.”
उन्होंने कहा, “चार वर्ष पहले, हमने ये प्रक्रिया शुरू की थी जिसके तहत हम आज यहाँ एकत्र हुए हैं, क्योंकि हमने एक दुनिया को कठिनाई में देखा, जोकि टकरावों और विषमताओं के कारण बिखर चुकी है..."
"...जलवायु आपदा के जोखिम का सामना कर रही है, नियमों से बाहर प्रौद्योगिकियों की मौजूदगी है, और टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति अधर में नज़र आ रही है, जहाँ अनेक देश त्रासदीपूर्ण क़र्ज़ और रहन-सहन की ऊँची क़ीमत के बोझ के नीचे दबे हुए हैं.”
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “तो, हमने अन्तरराष्ट्रीय व्यवस्था में सुधार करने और इसमें नई स्फूर्ति भरने के लिए एक यात्रा शुरू की थी, ताकि ये व्यवस्था वर्तमान की ज़रूरतों को पूरा करे और भविष्य के लिए भी सटीक हो.”
भविष्य का शिखर सम्मेलन
भविष्य की शिखर बैठक, 22 से 23 सितम्बर तक, यूएन महासभा के 79वें सत्र की उच्चस्तरीय जनरल डिबेट से ठीक पहले, यूएन मुख्यालय में महासभागार में आयोजित हो रही है.
यूएन महासभा के अध्यक्ष फ़िलेमॉन यैंग ने पिछले कुछ दिनों के दौरान सदस्य देशों के साथ मुलाक़ातें और परामर्श करके, शनिवार को “भविष्य के लिए सहमति-पत्र” (Pact for the Future) इस विश्व पंचायत के सामने पेश किया है. यह जानकारी उनकी प्रवक्ता शेरॉन बर्च ने दी है.
प्रवक्ता ने बताया कि फ़िलेमॉन यैंग ने सदस्य देशों से रविवार 22 सितम्बर को भविष्य-सम्मेलन के पहले दिन, इस सहमति-पत्र को सर्वसम्मति से पारित कराने में समर्थन देने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा, “वो पल, हर जगह, हर किसी के लिए, एक बेहतर भविष्य के प्रति अपना संकल्प फिर से पक्का करने का एक ऐतिहासिक अवसर होगा.”
यूएन प्रमुख ने डिजिटल खाइयों को पाटने पर केन्द्रित मसौदे और भविष्य के लिए घोषणा-पत्र पर, शनिवार को चर्चा की.
उन्होंने कहा कि ग्लोबल डिजिटल कॉम्पैक्ट को, डिजिटल विभाजन को पाटने के लिए एक ब्लूप्रिंट बनाना होगा, और ये कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर प्रथम सार्वभौमिक सहमति-पत्र भी होगा. इसमें संयुक्त राष्ट्र में केन्रित एक वैश्विक मंच के लिए, आधारशिलाएँ भी रखी जाएंगी.
यूएन प्रमुख ने कहा कि भविष्य की पीढ़ियों पर घोषणा-पत्र, विश्व नेताओं को, भविष्य की ख़ातिर आज लेने वाले निर्णयों के लिए जवाबदेह ठहराए. साथ ही लैंगिक समानता और मानवाधिकार, इन तमाम मसौदों के हर पहलू में शामिल होने चाहिए, जो इस तथ्य को दर्शाएँ कि वो जीवन के हर क्षेत्र से लिए बहुत अहम हैं.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “इन मसौदों के केन्द्र में जो मुद्दे प्रमुख हैं वो हैं – न्याय, अधिकार, शान्ति र समानता – जिन्होंने दशकों तक मेरे कामकाज को स्फूर्ति दी है और मुझे आगे बढ़ाया है.”
“यही बात आप में से अनेक के लिए भी सही है. मैं हार नहीं मानूंगा, और मैं जानता हूँ कि आप भी हार नहीं मानेंगे. इन मसौदों को पारित करने भर से यात्रा समाप्त नहीं हो जाएगी. ये केवल शुरुआत का आख़िरी पड़ाव होगा.”
सभी की ख़ातिर टिकाऊ भविष्य
यूएन उप महासचिव आमिना जे मोहम्मद ने शनिवार के कार्यक्रम को, बुद्धिमान मस्तिष्कों के लिए एक ऐसा मंच क़रार दिया जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने अपने विचार साझा किए.
उन्होंने कहा, “हम एक बहुत एहम पड़ाव पर मिल रहे हैं.” केवल 17 प्रतिशत टिकाऊ विकास लक्ष्य, प्राप्ति की राह पर हैं.
यूएन उप प्रमुख ने कहा कि टिकाऊ विकास के लिए 2030 का एजेंडा हासिल करने में केवल 6 वर्ष का समय बचा है, जिसमें किसी को भी पीछे नहीं छोड़ने की बात कही गई है, मगर बहुत निराशाजनक स्तर पर पीछे छूट गया है.
इस बीच, भूख यानि खाद्य अभाव की स्थिति बढ़ रही है, जीवाश्म ईंधन के प्रयोग और वैश्विक तापमान वृद्धि उछाल पर है, जबकि टकराव बढ़ रहे हैं और लैंगिक समानता के लिए जद्दोजेहद कमज़ोर पड़ रही है.
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