कुर्सी पर लंबे समय तक बैठने से शरीर में हो सकती हैं ये समस्याएँ : जानें बचाव के उपाय

घंटों कुर्सी पर बैठने से कमर दर्द, गर्दन में अकड़न, और मांसपेशियों में स्पाज्म (Muscle Cramps in Hindi) जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जानें सही बैठने की तकनीक और इन समस्याओं से बचने के उपाय।
Sitting on a chair for a long time can cause these problems in the body: Know the preventive measures
Sitting on a chair for a long time can cause these problems in the body: Know the preventive measures



आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोग ऑफिस या घर पर घंटों तक कुर्सी पर बैठे रहते हैं। लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहने से कमर दर्द, गर्दन में अकड़न, और मांसपेशियों में स्पाज्म (मरोड़) जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यह समस्या तेजी से वर्किंग प्रोफेशनल्स में बढ़ रही है। सही वैज्ञानिक नियमों का पालन करके इन समस्याओं से बचा जा सकता है।

क्या होता है स्पाज्म?


मांसपेशियों में ऐंठन (मांसपेशियों में ऐंठन)/Muscle spasms (muscle cramps) आपकी मांसपेशियों का दर्दनाक संकुचन और कसाव है। ये आम, अनैच्छिक और अप्रत्याशित होते हैं।

स्पाज्म एक प्रकार की मांसपेशियों की ऐंठन या अकड़न होती है जो लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने, गलत पोजीशन में बैठने या मांसपेशियों पर अत्यधिक दबाव के कारण होती है। Medlineplus के मुताबिक मांसपेशियों में ऐंठन आपकी एक या अधिक मांसपेशियों में अचानक, अनैच्छिक संकुचन या ऐंठन है। ये बहुत आम हैं और अक्सर व्यायाम के बाद होते हैं।

यह समस्या सबसे अधिक उन लोगों में अधिक देखी जाती है जो दिन भर कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हैं। इसलिए लगातार कुर्सी पर न बैठें और हर एक-दो घंटे के बाद आराम करें।

मांसपेशियों में ऐंठन का क्या कारण है?


Medline plus के अनुसार मांसपेशियों में ऐंठन के कारणों में शामिल हैं:

· मांसपेशियों पर दबाव या उनका अधिक उपयोग। यह सबसे आम कारण है।

· रीढ़ की हड्डी में चोट या गर्दन या पीठ में पिंच हुई नस जैसी समस्याओं से आपकी नसों का दबना

· निर्जलीकरण

· मैग्नीशियम, पोटेशियम या कैल्शियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स का कम स्तर

· आपकी मांसपेशियों में पर्याप्त रक्त न पहुँचना

· गर्भावस्था

· कुछ दवाएँ

· डायलिसिस करवाना

कभी-कभी मांसपेशियों में ऐंठन का कारण अज्ञात होता है।

क्या है सही बैठने का वैज्ञानिक तरीका


विशेषज्ञों के अनुसार, बैठते समय आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए। कुर्सी ऐसी होनी चाहिए जो आपकी पीठ को पूरी तरह सपोर्ट करे और आपकी कमर कुर्सी से लगी रहे। इससे रीढ़ पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ेगा और आप स्पाज्म से बच सकते हैं।

गर्दन और सिर को सीधा रखना भी बेहद जरूरी है। अगर सिर लगातार आगे की ओर झुका रहेगा, तो गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ेगा, जिससे स्पाज्म हो सकता है।

कंप्यूटर स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखें ताकि सिर झुकाने की आवश्यकता न पड़े।

घुटनों और पैरों की सही स्थिति

कंप्यूटर पर काम करते समय बैठते समय आपके घुटने 90 डिग्री के कोण पर मुड़े होने चाहिए और आपके पैर को जमीन पर आराम से टिके रहना चाहिए। अगर पैरों को सही सपोर्ट नहीं मिलता, तो कमर और टांगों में दर्द और अकड़न हो सकती है।

कंप्यूटर पर काम के दौरान हर 30-40 मिनट के बाद खड़े होकर थोड़ा चलना या मांसपेशियों को स्ट्रेच करना महत्वपूर्ण है, ताकि शरीर को आराम मिले और मांसपेशियों की जकड़न कम हो सके।

स्पाज्म से बचाव के लिए अन्य सुझाव


पानी की कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं और स्पाज्म का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए दिनभर पर्याप्त पानी पीना आवश्यक है। नियमित हल्के व्यायाम जैसे स्ट्रेचिंग, योग, या वॉकिंग करें ताकि मांसपेशियां मजबूत और लचीली बनी रहें। कैल्शियम, मैग्नीशियम, और पोटेशियम जैसे मिनरल्स की कमी से भी मांसपेशियों में स्पाज्म हो सकता है, इसलिए संतुलित आहार लें। इस तरह के मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है, इसलिए सावधान रहना आवश्यक है।

क्या मांसपेशियों में ऐंठन को रोका जा सकता है?


मांसपेशियों में ऐंठन को रोकने के लिए, आप ये उपाय कर सकते हैं :

· अपनी मांसपेशियों को स्ट्रेच करें, खास तौर पर व्यायाम करने से पहले।

· अगर आपको अक्सर रात में पैरों में ऐंठन होती है, तो सोने से पहले अपने पैरों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करें।

· खूब सारे तरल पदार्थ पिएं।

अगर आप बहुत ज़्यादा व्यायाम करते हैं या गर्मी में व्यायाम करते हैं, तो स्पोर्ट्स ड्रिंक आपके इलेक्ट्रोलाइट्स को बदलने में मदद कर सकते हैं।


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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।