विश्व युवा कौशल दिवस 2025 : एआई और डिजिटल कौशल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण की ओर कदम | World Youth Skills Day an opportunity and a challenge for India

World Youth Skills Day 2025: A step towards youth empowerment through AI and digital skills

World Youth Skills Day an opportunity and a challenge for India
World Youth Skills Day an opportunity and a challenge for India


नई दिल्ली, 15 जुलाई 2025 (हस्तक्षेप ब्यूरो). संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा घोषित विश्व युवा कौशल दिवस (World Youth Skills Day) आज अपनी 10वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस वर्ष 2025 की थीम है – "युवाओं का सशक्तिकरण एआई और डिजिटल कौशल के माध्यम से" (Youth Empowerment through AI and Digital Skills)। यह दिवस तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए युवाओं को 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने हेतु सशक्त बनाने पर केंद्रित है।

तकनीकी शिक्षा की बदलती दिशा

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डिजिटल तकनीकें वैश्विक अर्थव्यवस्था को तेजी से बदल रही हैं। इस बदलाव के बीच, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण (TVET) को नवाचार और समावेशी विकास की रीढ़ के रूप में देखा जा रहा है।

संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि AI और डिजिटल कौशल केवल रोजगार के साधन नहीं, बल्कि सामाजिक समावेशन, लैंगिक समानता और टिकाऊ विकास की कुंजी हैं।

विश्व युवा कौशल दिवस पर वैश्विक आयोजन और भागीदारी

संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क मुख्यालय और पेरिस स्थित लर्निंग प्लैनेट इंस्टीट्यूट में उच्च स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें UN अधिकारियों, नीति-निर्माताओं, शिक्षाविदों और युवा नेताओं की भागीदारी है। इस वर्ष के आयोजन में पुर्तगाल और श्रीलंका, UNESCO, ILO और UN Youth Office जैसे संगठन सह-आयोजक के रूप में शामिल हैं।

युवा वर्ग और डिजिटल खाई

इस दिशा में कुछ चौंकाने वाले आंकड़े ध्यान दिलाते हैं :
  • 86% छात्रों को AI आधारित कार्यस्थल के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण नहीं मिला।
  • 450 मिलियन युवा आज भी बेरोज़गार हैं या रोजगार के लायक कौशल से वंचित हैं।
  • केवल 10% किशोर डिजिटल डिवाइस का उपयोग प्रति सप्ताह एक घंटे से अधिक करते हैं।
  • विकासशील देशों में 90% किशोर लड़कियां और युवा महिलाएं अभी भी ऑनलाइन नहीं हैं।

भारत के लिए विश्व युवा कौशल दिवस एक अवसर और चुनौती

भारत जैसे युवा बहुल देश के लिए यह दिवस विशेष महत्व रखता है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना और डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों को और अधिक व्यापक बनाने की आवश्यकता है, ताकि AI और डिजिटल साक्षरता को गांवों और पिछड़े क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सके।

विश्व युवा कौशल दिवस और युवाओं की भूमिका

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस अवसर पर कहा, "युवाओं को केवल प्रशिक्षित करना ही पर्याप्त नहीं, बल्कि उन्हें सशक्त बनाना होगा ताकि वे न केवल रोजगार पा सकें, बल्कि परिवर्तन के वाहक बन सकें।"

विश्व युवा कौशल दिवस 2025 एक चेतावनी भी है और एक अवसर भी – कि यदि हमें एक समावेशी, न्यायसंगत और टिकाऊ समाज की ओर बढ़ना है, तो हमें अपने युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल युग के लिए सक्षम बनाना होगा। यह सिर्फ भविष्य की तैयारी नहीं, बल्कि वर्तमान की आवश्यकता भी है।

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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।