फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास को बताया "कुत्तों की औलाद" | Abbas calls Hamas "son of dogs"

फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हमास को बताया "कुत्तों की औलाद", बंधकों की रिहाई और हथियार छोड़ने की मांग की

Palestinian President Mahmoud Abbas calls Hamas "sons of dogs", demands the release of hostages and the surrender of weapons

Palestinian Authority President Mahmoud Abbas has called Hamas “sons of dogs,” demanding the release of the remaining Israeli hostages in Gaza
Palestinian Authority President Mahmoud Abbas has called Hamas “sons of dogs,” demanding the release of the remaining Israeli hostages in Gaza


नई दिल्ली, 24 अप्रैल 2025। फिलिस्तीनी प्राधिकरण (Palestinian Authority) के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने बुधवार को आतंकवादी संगठन हमास के खिलाफ बेहद कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें "कुत्तों की औलाद" कहा और मांग की कि वे तत्काल बंधकों को रिहा करें और हथियार छोड़कर राजनीतिक दल में परिवर्तित हो जाएं।

अब्बास ने कहा,

"गाज़ा में जो नरसंहार हो रहा है, उसे रोका जाना चाहिए। रोज़ सैकड़ों लोग मारे जा रहे हैं। अगर युद्ध को रोकना पहली प्राथमिकता है, तो हमास को वह बहाना खत्म करना चाहिए जो इज़राइल इस युद्ध को जारी रखने के लिए इस्तेमाल कर रहा है।"

उन्होंने हमास से पूछा,

"तुम अमेरिकी बंधकों को क्यों नहीं छोड़ते? जिन्हें पकड़ रखा है उन्हें छोड़ो और इस कहानी का अंत करो। इज़राइल को बहाने मत दो। इसे यहीं खत्म करो।"

अब्बास ने हमास से साफ कहा है कि
  • बंधकों की तत्काल रिहाई करो।
  • गाज़ा की सत्ता फिलिस्तीनी प्राधिकरण को सौंपो
  • हथियार छोड़कर एक राजनीतिक दल में परिवर्तित हो।

अब्बास ने स्पष्ट रूप से कहा,

"हमास को गाज़ा की जिम्मेदारी छोड़नी चाहिए और हथियार PA को सौंप देने चाहिए। उन्हें एक राजनीतिक पार्टी बन जाना चाहिए।"

यह बयान ऐसे समय में आया है जब गाज़ा में इज़राइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध ने मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। फिलिस्तीनी नेतृत्व के इस तीखे बयान से क्षेत्रीय राजनीति में बड़ी हलचल मच गई है।

टिप्पणियाँ

लेबल

ज़्यादा दिखाएं
मेरी फ़ोटो
Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।