आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के लिए आयुर्वेदिक नुस्खा | Ayurvedic recipe for high blood pressure and cholesterol

उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के लिए आयुर्वेदिक नुस्खा : खजूर और लहसुन का सेवन


आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. दीक्षा भावसार सावलिया ने हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए एक सरल आयुर्वेदिक नुस्खा साझा किया है। इस नुस्खे में डेट्स और लहसुन के उपयोग से प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य में सुधार होता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है।
Ayurvedic doctor told Ayurvedic recipe for high blood pressure and cholesterol
Ayurvedic doctor told Ayurvedic recipe for high blood pressure and cholesterol



आयुर्वेदिक डॉक्टर डॉ. दीक्षा भावसार सावलिया (BAMS) ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इन्सटाग्राम पर एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्होंने उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए एक सरल और प्रभावी नुस्खा साझा किया है। डॉ. दीक्षा का कहना है कि इस नुस्खे का 500 से अधिक मरीजों पर सकारात्मक परिणाम देखा गया है, जिनमें से कुछ मरीज 20 साल की उम्र से लेकर 80 साल तक के थे।

उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के लिए आयुर्वेदिक नुस्खा


डॉ. दीक्षा के अनुसार, इस नुस्खे में केवल दो मुख्य सामग्री का उपयोग होता है – खजूर (डेट्स- Dates) और लहसुन (गार्लिक- Garlic)। ये दोनों सामग्री स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं, खासकर उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं के लिए।

खजूर (डेट्स) के फायदे

डॉ. दीक्षा के अनुसार, खजूर में उच्च मात्रा में पोटैशियम होता है और सोडियम की मात्रा कम होती है। यह संयोजन रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। पोटैशियम शरीर से सोडियम को बाहर निकालने का कार्य करता है, जिससे रक्तचाप को संतुलित किया जा सकता है।

  • पोटैशियम : रक्तचाप नियंत्रित करता है।
  • कम सोडियम : उच्च रक्तचाप के खतरे को कम करता है।
  • फाइबर : कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित होने से रोकता है और दिल की बीमारियों का खतरा कम करता है।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स : रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा को कम करते हैं, जो हृदय रोग का कारण बन सकते हैं।

लहसुन (Garlic) के फायदे

डॉ. दीक्षा के अनुसार, लहसुन में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण होते हैं, जो इसे उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददगार बनाते हैं। इसके तीखे और पित्त-कफ संतुलन गुण शरीर की शिराओं और नाड़ियों में रुकावट को दूर करने में सहायक होते हैं।

लहसुन के कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार हैं :

  • रक्तचाप नियंत्रण
  • जोड़ों के दर्द में राहत
  • कृमि (वर्म) का नाश
  • कोलेस्ट्रॉल में सुधार
  • खांसी और सर्दी से बचाव
  • पाचन में सुधार
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
  • मस्तिष्क के कार्य में सुधार
  • ब्लड शुगर को संतुलित करना

इस नुस्खे का सेवन कैसे करें?

डॉ. दीक्षा के अनुसार, यदि आप उच्च रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं, तो आपको रोजाना एक लहसुन की कली खजूर में भरकर सुबह सबसे पहले या खाने से 30-45 मिनट पहले खाना चाहिए।

नुस्खे के परिणाम और सावधानियाँ

डॉ. दीक्षा का कहना है कि इस नुस्खे का उपयोग केवल रोकथाम के लिए नहीं, बल्कि रक्तचाप को प्रबंधित करने के लिए भी किया जा सकता है। इसे 21 दिनों तक नियमित रूप से लेने के बाद रक्तचाप की जांच करें। 8-12 सप्ताह तक इसे लेने से आपके एंटी-हाइपरटेंसिव दवाओं की आवश्यकता कम हो सकती है, बशर्ते आप एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ और जरूरी हर्ब्स जैसे गोक्षुर, अर्जुन, और दालचीनी का उपयोग करें।

नुस्खा आजमाने स पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह जरूरी

डॉ. दीक्षा के अनुसार, यहां यह ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है कि इस नुस्खे का उपयोग शुरू करने से पहले हमेशा एक आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श करें, खासकर तब जब आप पहले से एंटी-हाइपरटेंसिव दवाओं का उपयोग कर रहे हैं।

(डिस्क्लेमर- यह समाचार किसी भी हालत में चिकित्सकीय सलाह नहीं है। यह जनहित में अव्यावसायिक जानकारी मात्र है। आप इस जानकारी के आधार पर कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं। स्वयं डॉक्टर न बनें, किसी भी सलाह के लिए किसी योग्य चिकित्सक से संपर्क करें)

टिप्पणियाँ

लेबल

ज़्यादा दिखाएं
मेरी फ़ोटो
Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।