यूएन महासचिव की चेतावनी: लेबनान को नया ग़ाज़ा बनने से रोकें

ग़ाज़ा में बच्चों की शिक्षा और भविष्य की चुनौतियाँ

फ़लस्तीनी शरणार्थियों की स्थिति और शिक्षा संकट

UN News UNRWA के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने, यूएन न्यूज़ के साथ बातचीत में, लेबनान के हालात, ग़ाज़ा जैसे नहीं होने देने की पुकार भी लगाई.
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UNRWA के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी ने, यूएन न्यूज़ के साथ बातचीत में, लेबनान के हालात, ग़ाज़ा जैसे नहीं होने देने की पुकार भी लगाई.


UNRWA के प्रमुख फ़िलिपे लज़ारिनी के साथ ख़ास बातचीत

फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी - UNRWA का कहना है कि मध्य पूर्व में इस समय ऐसी स्थिति है जब वहाँ हर दिन, अन्तरराष्ट्रीय क़ानून की अवहेलना, धूर्तता के साथ की जा रही है. उन्होंने यूएन न्यूज़ के ख़ालिद हैरपिदी मोहम्मद के साथ, यूएन मुख्यालय में एक ख़ास बातचीत में कहा कि ग़ाज़ा में लगभग छह लाख लड़के-लड़कियों को शिक्षा मुहैया कराने में और जितनी भी और देरी होगी, उससे एक पीढ़ी के खो जाने का जोखिम उतना ही बढ़ेगा.

उन्होंने इसराइल और लेबनान के दरम्यान टकराव में उछाल पर भी बात करते हुए, लेबनान को एक नया ग़ाज़ा नहीं बनने देने की, यूएन महासचिव की पुकार को दोहराया... (वीडियो)


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Amalendu Upadhyaya
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।